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ऑस्ट्रेलिया जेल (Australia jail) में बंद विशाल के परिजनों ने मुख्यमंत्री हरियाणा से व्यक्तिगत मुलाकात की भी इच्छा जताई है. विशाल के परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है कि भारतीय उच्चायुक्त विशाल की जमानत कराए. ऑस्ट्रेलिया जेल में बंद विशाल के परिजनों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया स्तिथ भारतीय उच्चायुक्त वहां विशाल की जमानत कराए क्योंकि 1 जुलाई को अदालत में उसकी पेशी है. परिजनों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से व्यक्तिगत मुलाकात की भी इच्छा जताई और कहा कि हम मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर उनके समक्ष सारा मामला रखना चाहते हैं.
ऑस्ट्रेलिया जेल(Australia jail) ने बंद विशाल के भाई रवि ने कहा कि आज ही सुबह विशाल से बात हुई है. जेल में उसके साथ बंद कुछ कैदी उसे घूरते और छेड़खानी का प्रयास करते हैं. उसके साथ वहां अच्छा बर्ताव भी नहीं किया जाता और खाने के नाम पर पिछले 3 महीने से सिर्फ ब्रेड दी जाती है. विशाल के पिता नाथीराम ने कहा कि कुछ देश विरोधी लोग जेल में उसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. और उनकी सरकार से गुहार है कि 1 जुलाई को पेशी के दिन उसकी जमानत कराई जाए और जिन लोगों ने उसे पीटा है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
आखिर क्या है विशाल जूड़ का मामला…
कुरुक्षेत्र का विशाल जूड़ ऑस्ट्रेलिया सिडनी स्टडी विजा पर गया था. वहां किसान रैली के दौरान उसकी कुछ लोगों से झड़प हो गई जो कि तिरंगे का अपमान कर रहे थे. विशाल ने जब इसका विरोध किया तो उसे ना सिर्फ पीटा गया बल्कि झूठे मामले में आस्ट्रेलिया जेल में भिजवा दिया गया. जिस कारण विशाल पिछले 3 महीने से ऑस्ट्रेलिया सिडनी जेल में की हवा खा रहा है. उसके परिजनों का कहना है कि तिरंगे के सम्मान के कारण उनका बेटा आज इस हाल में पहुंचा है. वही भाजपा की केंद्रीय हरियाणा की सरकार के संज्ञान में यह मामला पहुंचा है. तो दोनों सरकारें मिलकर विशाल की रिहाई करवाए यही उनकी गुहार है.